ज्योति मल्होत्रा की कहानी
बनाना था विश्व सुंदरी बन गई पाकिस्तान की जासूस
युद्ध में अपने विरोधियों की जासूसी के लिए हनी ट्रैप का इस्तेमाल काफी पुराना है। भारत में हनी ट्रैप के कई मामले सामने आए हैं। इसमें पूर्व आईएफएस अधिकारी माधुरी से लेकर हालिया ज्योति मल्होत्रा केस भी शामिल है। समझना होगा कि महिलाएं क्यों हो जाती हैं हनी ट्रैप का शिकार? सोशल मीडिया के इस दौर में लोगों के पास अपने अकेलेपन को दूर करने का एक तरीका ऑनलाइन चैटिंग, वीडियो कॉल वगैरा भी है। कुछ महिलाएं नई दोस्त बनाने के चक्कर में तो कुछ अकेलापन दूर करने और कुछ पैसों के लिए इस घिनौने खेल में शामिल हो जाती हैं।
यह पहली बार नहीं है कि ज्योति मल्होत्रा, शहजाद, देवेंद्र सिंह, नोमन इलाही, गजाला समेत तमाम लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया कि इसे पूरी दुनिया ने देखा। भारतीय सेना ने चुन-चुन कर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय सुरक्षा एजेंसी की नजर अब देश में छिपे उन गद्दारों पर है जो पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हैं। हरियाणा के हिसार में रहने वाली 33 साल की ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में विगत 17 मई को गिरफ्तार किया गया। उसपर एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश समेत आईएसआई ऑपरेटर के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप लगा है। ज्योति कई बार पाकिस्तान भी गई थी। वह इंक्रिप्टेड पेप्स के जरिए इसी ऑपरेटर के संपर्क में थी। कई अहम दस्तावेजों से इस बात का खुलासा हुआ है।
महिला जासूसों की भी लंबी सूची है। इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में 53 साल की भारतीय राजनयिक और सेकंड सेक्रेटरी माधुरी गुप्ता को 22 अप्रैल 2010 को पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई संग देश की संवेदनशील जानकारी शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। माधुरी एक नौजवान आईएसआई ऑपरेटिव जमशेद (उर्फ जिम) के हनी ट्रैप में फंस गई थी। माधुरी पर आईएसआई के साथ भारतीय अधिकारियों और गुप्त रास्तों की जानकारी साझा करने का आरोप लगा था। उनको 3 साल की सजा सुनाई गई थी। चीन की राजधानी बीजिंग में भारतीय दूतावास के एक वरिष्ठ अधिकारी को चीनी महिला के हनी ट्रैप में फंसने के बाद देश वापस बुला लिया गया था।
ताजा घटना है खूबसूरत और स्मार्ट हाई कनेक्शन वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर आरोप है कि उसने भारत के सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सेना से जुड़ी जानकारी और गुप्त सूचना पाकिस्तान भेजी थी। पिछले साल पाकिस्तान प्रवास के इस दौरान उसने पाकिस्तान के उच्च अधिकारियों से भी मुलाकात की थी। ज्योति ब्लॉग बनाती हैं। इसकी जानकारी खुद अपने इंस्टाग्राम पेज पर साझा की थी। उसने इसकी फोटो साझा करते हुए लिखा था कि पाकिस्तान हाई कोर्ट में नवांकुर चौधरी से मुलाकात हुई। हम दोनों हरियाणवी हैं। जान महल वीडियो पाजी से तो पहले से जुड़े हुए हैं। हम सिख तीर्थयात्री के रूप में एक साथ पाकिस्तान की यात्रा कर चुके हैं। उनसे मिलना वाकई अद्भुत था।
ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान स्थित हिंदू मंदिर में जाकर उसने इसका वीडियो शेयर करते हुए लिखा था कि 5 हजार साल पुराने इतिहास वाले सबसे बड़े हिंदू मंदिर में भारतीय लडक़ी .... आंसुओं के इस पवित्र तालाब में स्नान करें और आपके पाप धुल जाएंगे। वहां प्रचलित एक कथा में कहा गया है कि कटास राजा मंदिर में तालाब भगवान शिव द्वारा अपनी पत्नी सती की मृत्यु के बाद बहाए गए आंसू से बना था। मंदिर परिसर का नाम संस्कृत शब्द कटाक्ष से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘आंसू भरी आंखें’। कहा जाता है कि गुरु नानक भी इस स्थान पर आए थे। ऐसा माना जाता है कि इस जगह पर पांडव भाइयों ने दौरा किया था और उनकी यात्रा की याद में मंदिरों का यह परिसर बनाया गया था।
दुनिया के इतिहास में कई मशहूर जासूस हुए हैं जिन्हें आज भी याद किया जाता है। ऐसी ही एक प्रसिद्ध महिला जासूस थी नाम था माता हारी। उन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक महिला जासूसों में गिना जाता है। वह एक बेहद सुंदर एवं माहिर डांसर भी थी। उसने तानाशाह हिटलर के लिए जासूसी की थी और पूरे यूरोप में खलबली मचा दी थी। कई देशों के सैन्य अधिकारियों, मंत्री और शाही परिवार के सदस्यों के साथ करीबी संबंध थे जिसे उन्होंने जासूसी के लिए इस्तेमाल किया। जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई और उसकी आंखों पर पट्टी बांधकर गोली मार दी गई।
खैर वापस हम आ जाएं आज की बहुचर्चित खुफिया जासूस ज्योति मल्होत्रा की कहानी पर। ज्योति ने देश विदेश की यात्राएं भी की हैं। वह बड़ी ऐशो आराम का जीवन व्यतीत करती थी। यूट्यूब पर उनके वीडियो देखकर यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि ज्योति मल्होत्रा को इतना पैसा कहां से मिलता है। जांचकर्ता धीरे-धीरे रहस्य से पर्दा उठा रहे हैं। यूट्यूबर फिलहाल पुलिस हिरासत में है। हरियाणा की एक अदालत ने उनकी हिरासत की अवधि बढ़ा दी। जांचकर्ताओं को पता चला है कि इस आकर्षक जासूस ने पाकिस्तान और चीन के निर्देश पर उत्तर पूर्व के संवेदनशील राज्य में घुसपैठ की थी। उसका इसी के साथ चीनी खुफिया एजेंसी गुओआन सू से भी नियमित संपर्क था। वहीं पर आईएसआई और गुओआन सू के दो अधिकारियों के साथ ज्योति की बैठक हुई थी। उनके परामर्श को मानते हुए अगले साल पर नई दिल्ली से वियतनाम होते हुए शंघाई पहुंची।
देश लौटने के बाद ज्योति को कहां जाना है और क्या करना है उसकी रूपरेखा चीनी खुफिया अधिकारियों ने वहीं तय की थी। पूछताछ में ज्योति ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में कुछ सीमावर्ती स्थानों को लेकर अत्याधिक आक्रमक है। चीनी सेना के किसी भी तरह के आक्रमण को रोकने के लिए भारतीय सेना हमेशा ‘हाई अलर्ट’ पर रहती है। ज्योति को उन सभी जगह पर जाने का ‘टास्क’ दिया गया था। ‘ट्रैवल ब्लॉगर’ होने के नाते ज्योति फोटो और वीडियो बनाने में बेहद माहिर है। उसे उन सभी संवेदनशील क्षेत्रों में भारतीय सेना की चौकियों, उनके पास मौजूद हथियारों और वाहनों के बारे में जानकारी देने को कहा गया था।
ज्योति मल्होत्रा जैसी कई सुंदरियां एवं दक्ष जासूसों का जाल फैला हुआ है। तभी तो पहलगाम जैसे अत्यंत संवेदनशील पर्यटन स्थल में पीओके से चार सौ मील दूर सेना के भेष में मात्र चार आतंकी आकर हमारे 26 निर्दोष पर्यटकों को गोलियों से भून देते हैं और वहां से अपना ऑपरेशन पूरा कर रफू चक्कर हो जाता है। यह दुर्भाग्य है कि हम आज तक उन आतंकवादियों को ढूंढ नहीं पाए। यह भी संसदीय प्रतिनिधि दुनिया में घूम रहे हैं और आतंकवादी अभी कश्मीर के इधर या उधर स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं।
गद्दार ज्योति जासूस के साथ इतर जानकारी का भी मिली, धन्यवाद आदरणीय।
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